tag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post6108111458436754090..comments2024-02-08T02:17:06.745-08:00Comments on मेरा सरोकार: शहीद दिवस !रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-23245457878801739702012-03-24T07:15:39.092-07:002012-03-24T07:15:39.092-07:00शहीदों को सादर नमनशहीदों को सादर नमनUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-73658199071659464462012-03-24T04:34:38.850-07:002012-03-24T04:34:38.850-07:00अमर शहीदों को सादर नमन। देश जब शहीदों को भूल जाता ...अमर शहीदों को सादर नमन। देश जब शहीदों को भूल जाता है तब देश पर शहीद होने वाले भी समाप्त हो जाते है बस वर्तमान की तरह केवल लुटेरे रह जाते हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-48282675797728032762012-03-24T03:15:26.863-07:002012-03-24T03:15:26.863-07:00अमर शहीदों को सादर नमन।अमर शहीदों को सादर नमन।S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-26558677695921216422012-03-24T00:24:28.429-07:002012-03-24T00:24:28.429-07:00दिनेश जी,
अरे हम अपनी भाव...दिनेश जी,<br /><br /> अरे हम अपनी भावी पीढ़ी को इतना ही बता सकें कि ये हमारे देश के लिए क्या थे? उनके जज्बे और जूनून ने कैसे अपनी लड़ाई लड़ी और कैसे खुद को हंसते हंसते फाँसी पर चढ़ा दिया. काम से काम इस देश की दुर्दशा पर कुछ तो सोच बदलेगी. अपने देश के इतिहास से वे वाकिफ तो हो सकें.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-14437332149516279492012-03-23T23:13:26.588-07:002012-03-23T23:13:26.588-07:00शहीदों को शत्-शत् नमन!शहीदों को शत्-शत् नमन!vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-40373015667684975912012-03-23T20:39:29.951-07:002012-03-23T20:39:29.951-07:00तीनों बाँकुरों की लड़ाई केवल इतनी नहीं थी कि अंग्र...तीनों बाँकुरों की लड़ाई केवल इतनी नहीं थी कि अंग्रेजों से देश को मुक्ति मिल जाए। वे चाहते थे कि ऐसी व्यवस्था कायम हो जिस में एक व्यक्ति द्वारा दूसरे का और एक देश द्वारा दूसरे का शोषण न हो। उन के यह उद्देश्य निरंतर पूंजीवाद, साम्राज्यवाद और सामंतवाद को भयभीत करता रहता है। यही कारण है कि इन तीनों की प्रतिनिधि सरकारें इन नामों से परहेज करती हैं या उन्हें अंधराष्ट्रवादी बताने का प्रयत्न करती हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-69087481535948748452012-03-23T19:49:39.032-07:002012-03-23T19:49:39.032-07:00शहीदों को नमन..शहीदों को नमन..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-55981208611718140972012-03-23T19:20:36.237-07:002012-03-23T19:20:36.237-07:00शहीदों को शत्-शत् नमन!
खुबसूरत सृजन / शुभकामनायें...शहीदों को शत्-शत् नमन!<br />खुबसूरत सृजन / शुभकामनायें नव वर्ष व रचना-रचनाकार को /udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-40758604924743122972012-03-23T19:12:46.597-07:002012-03-23T19:12:46.597-07:00जी आपके विचारों से सहमत....शहीदों की उपेक्षा उचित ...जी आपके विचारों से सहमत....शहीदों की उपेक्षा उचित नहींArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-32593259020786302052012-03-23T10:20:49.956-07:002012-03-23T10:20:49.956-07:00सार्थक पोस्ट ... आज़ादी के दीवानों को भूलना देश के...सार्थक पोस्ट ... आज़ादी के दीवानों को भूलना देश के लिए विडम्बना है ... शहीदों को नमनसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-78261578462300477662012-03-23T06:42:27.484-07:002012-03-23T06:42:27.484-07:00आपने बिलकुल सच कहा।
अमर शहीदों को सादर नमन!आपने बिलकुल सच कहा। <br />अमर शहीदों को सादर नमन!Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-65936807932949980512012-03-23T06:08:40.643-07:002012-03-23T06:08:40.643-07:00शहीदों को शत्-शत् नमन!शहीदों को शत्-शत् नमन!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2168614474878860491.post-26148856289758675652012-03-23T05:57:48.275-07:002012-03-23T05:57:48.275-07:00बिलकुल ठीक कहा आपने आज कल की पीढ़ी ने तो यह जाना ह...बिलकुल ठीक कहा आपने आज कल की पीढ़ी ने तो यह जाना ही नहीं की देश को आज़ाद करने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया था उन दिनों कम से कम ऐसे मौकों पर ज्यादा कुछ नहीं तो हर स्कूल और कॉलेज मे कुछ देर मौन रखकर श्रद्धांजलि तो दी ही जा सकती है इन महान वीरों को। सार्थक आलेख....Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.com