" दो अक्टूबर " देश के लिए महत्वपूर्ण दिवस है क्योंकि इस दिन ने हमें एक नहीं इस देश को दो महापुरुष दिए हैं .
महात्मा गाँधी एक नाम नहीं बल्कि एक विचारधारा और एक सिद्धांत का नाम है। एक विचारधारा जिसने सिर्फ हमें ही नहीं बल्कि विश्व के तमाम महान लोगों ने इस दिशा में किये गए कामों के प्रेरणास्रोत गाँधी के दर्शन को ही माना है . इसके लिए चाहे हम जो भी कहें , आप जब गाँधी के दर्शन को बीती कल की बातें मानने लगे हैं क्योंकि अब लोगों के आदर्श और दर्शन पर भौतिकता का मुलम्मा चढ़ गया है और वे बातें अब कोई भी मायने नहीं रखती हैं। इसने वर्षों में सत्य की जगह झूठ और फरेब ने ले ली है . अहिंसा का मोल सिर्फ कमजोर लोगों के लिए बचा है क्योंकि वे दबंगों से लड़ कर जीत नहीं सकते हैं और इसके लिए वे सिर्फ अहिंसा की बात करते भी है और शोषित भी होते हैं। अब तो वे भी इस बात को नहीं मानते जो गाँधी के राजघाट पर आज के दिन पुष्पांजलि अर्पित करने जाते हैं। हमारे सारी सरकारी संस्थाओं में टंगी गाँधी जी की तस्वीर नौ नौ आंसूं रोती है क्योंकि अब तो जहाँ से शासन चलता है , वह संसद भी हिंसा से अछूती नहीं रही , देश इस दर्शन को कितना समझ पायेगा? अब तो आज के नेता ही युवा पीढी के दिग्दर्शक बन चुके हैं . गाँधी फिर से नहीं आयेंगे इस देश को हमारी मानसिक गुलामी से आजाद कराने , अब तो देश की छवि देखनी है तो विश्व के सबसे भ्रष्ट देशों में
उसकी बढती हुई श्रेणी देखनी होगी।
दूसरे महा पुरुष लालबहादुर शास्त्री जो सही अर्थों में देश के सपूत थे। जिनका जीवन एक आदर्श बना था . जब रेल मंत्री बने तो रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए त्यागपत्र दे दिए। दो साल भी वे नहीं रहे इस देश के प्रधानमंत्री लेकिन उनके सम्पूर्ण जीवन को देखे तो देश का सबसे गरीब प्रधानमंत्री बने और अपने चंद महीनों के कार्यकाल में ही इतिहास रच गए . शायद वे देश के पहले प्रधानमंत्री होगें जो ऋणी ही इसा दुनियां को छोड़ गए।
अज दोनों महापुरुषों के जन्मदिन पर मैं शत शत प्रणाम करती हूँ . अगर इनके आदर्शों को हम थोडा सा भी अपना सकें तो देश और मानवजाति के प्रति हमारी पहली जिम्मेदारी का वहन करना होगा
इस महान योगी को नमन। नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।
जवाब देंहटाएंबापू और शास्त्री जी को नमन
जवाब देंहटाएंगाँधी जी और शास्त्री जी को विनम्र नमन...
जवाब देंहटाएंगाँधी जी और शास्त्री जी को शत शत नमन..
जवाब देंहटाएंनमन..मेरे हिंद को भी नमन ...
जवाब देंहटाएंइन दोनों महापुरुषों को प्रणाम ..
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