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बुधवार, 27 मार्च 2013

हौसले को सलाम (९ ) !


  क्या हमारे लिए अपना संघर्ष ही हमेशा बड़ा  लगता है लेकिन अगर हमने अपने संवेदनशील ह्रदय से  आस पास के चरित्रों को ध्यान से  देखें तो  पता चलता है कि  हम अपनी जिन्दगी में  खुद को एक मनचाही जिन्दगी जीने के लिए संघर्ष करे या फिर कुछ लोगों को रोटियों और जीवन को चलाने  के लिए किया जाने वाला संघर्ष बराबर अर्थ रखता  है. 

                    आज की  प्रस्तुति है डॉक्टर रागिनी मिश्रा की .


रागिनी मिश्रा 



'सरिता'.....
मेरे लिए ये नाम सिर्फ मेरे घर में काम करनेवाली बाई का न होकर एक आदर्श का हो गया है, मेरे लिए इसका अर्थ लगातार बहने वाली नदी ना होकर एक मजबूत चट्टान का हो गया है, क्योंकि  जीवन से हर प्रकार का सुख, सम्पन्नता और संबल छूट जाने के बाद भी वह जिस दृढ इरादों के साथ अपने जीवन को संवार रही है, वह सच में एक मिसाल है हम स्त्रियों के लिये।
                        शराबी पति द्वारा एकड़ो जमीन,घर-बार  सब कुछ बर्बाद कर दिए जाने के बाद भी उसने अपने घर-परिवार या किसी के भी सामने हाँथ नहीं फैलाए बल्कि बीमार शराबी पति को लेकर शहर आकर इलाज़ कराने  लगी। मायके से भी मदद ना मिलने पर उसने हार ना मानी। अनपढ़ थी इसलिए दूसरे के घरों में साफ़- सफाई और मालिश इत्यादि का काम करने लगी . सारा दिन हाड़तोड़ मेहनत  उसने अपने पति का इलाज़ कराया। बच्चों का सरकारी स्कूल में नाम लिखाया। अनपढ़ होने के बावजूद उसे इस बात का भान था कि  अगर उसने पढाई-लिखाई  की होती तो उसकी आज यह दुर्दशा ना होती . इसलिए वह अपनी लड़कियों को पढ़ाना चाहती थी। आज उसका पति भगवान् को प्यारा हो चुका है। उसने अपनी दोनों बेटियों का विवाह एक खाते-पीते घर में किया है। दोनों बेटियां खुश हैं। वह आज भी उतनी ही मेहनत करती है कि उसने जो भी कर्ज अपनी बेटियों के विवाह में लिया था , उसे चुका सके. मेहनती, शरीफ और सच्चाई की प्रतिमूर्ति ' सरिता' मेरे लिए हमेशा ही एक आदर्श रहेगी।

.........................................................डॉ  रागिनी मिश्र ....................................

9 टिप्‍पणियां:

  1. सही मे ऐसे जीवनो से शिक्षा लेनी चाहिये

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  2. बहुत सुन्दर शिक्षाप्रद प्रस्तुति!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के चर्चा मंच-1198 पर भी होगी!
    सूचनार्थ...सादर!
    --
    होली तो अब हो ली...! लेकिन शुभकामनाएँ तो बनती ही हैं।
    इसलिए होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  3. रागिनिजी वाकई सरिता एक प्रेरणा स्त्रोत है ....ऐसे न जाने कितने लोग हैं जो एक अनाम ज़िन्दगी जी जाते हैं...लेकिन अपनी लड़ाइयों से दूसरों को सीख दे जाते हैं ....उनके जीवन में एक परिवर्तन कर जाते हैं बगैर अहसास किये ...

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  4. न जाने कितनी जिंदगियों को छू जाते हैं सरिता जैसे लोग ..वे जानते भी नहीं की कितनों की प्रेरणा बन जाते हैं यह अनजाने में....वाकई इस हौसले को सलाम

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  5. आज भी ऐसे कई व्यक्तित्व हैं जो ईमानदारी से अपना कर्तव्य निबाहते हुए समाज को एक दिशा और प्रेरणा देते हैं.

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  6. अपनी स्थिति समझकर आगे का मार्ग निकालना सदा ही दृढ़ता का पर्याय रहा है।

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  7. यही तो है जो नारी को मिसाल के तौर पर पुरुषों से हर बार अलग करती है |

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ये मेरा सरोकार है, इस समाज , देश और विश्व के साथ . जो मन में होता है आपसे उजागर कर देते हैं. आपकी राय , आलोचना और समालोचना मेरा मार्गदर्शन और त्रुटियों को सुधारने का सबसे बड़ा रास्ताहै.